आइए दोस्तों आज हम लोग इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं keyboard क्या होता है,और ये कितने प्रकार का होता है और ये कैसे काम करता है।

 कीबोर्ड क्या है?

कीबोर्ड एक इनपुट device है,इसका उपयोग मुख्य रूप से कंप्यूटर में  commands,text, numerical data और दूसरे प्रकार के डाटा को इंटर करने के लिए किया जाता है. एक यूजर कंप्यूटर के साथ बात चीत करने के लिए इनपुट device जैसे कि कीबोर्ड माउस का इस्तेमाल करते हैं.
इसके बाद entered data को मशीन लैंग्वेज में बदल दिया जाता है,जिससे कि सीपीयू उस डाटा और instructions को समझ सके जो कि इनपुट device से आ रहा है

कीबोर्ड के प्रकार:-
कीबोर्ड में बहुत से अलग अलग  प्रकार के लेआउट मौजूद हैं, जिन्हें भाषाओं के हिसाब से बनाया जाता है, हम उसी सब्जेक्ट के बारे में जानने वाले हैं।
QWERTY:-इस लेआउट को सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाया जाता है, और इसे पहले की 6 लेटर के हिसाब से ही नाम दिया गया है यह पहले के टॉप रो में ही उपस्थित रहती है, इसे सभी देशों में इस्तेमाल किया जाता है इसको इतना ज्यादा इस्तेमाल में लाया जाता है पूरी दुनिया में कि बहुत से लोग यह सोचते हैं कि यही एक प्रकार का कीबोर्ड है।
AZERTY:-इसे फ्रांस में डेवलप किया गया है एक दूसरे वेरिएशन के हिसाब से qwerty layout का इसे स्टैंडर्ड फ्रेंच कीबोर्ड भी माना जाता है।
DVORAK:-इस लेआउट को फिंगर movement को कम करने के लिए बनाया गया है। जिससे QWERTY और AZERTY कीबोर्ड की तुलना में इसमें ज्यादा जल्दी और फास्ट टाइप किया जा सकता है।
कीबोर्ड की बटन और इसकी उपयोगिता?
एक कीबोर्ड में लेटर्स, नंबर्स,सिंबल,और कमांड बटन के शेप में स्थित रहते हैं,और इनमें से ही किसी ना किसी स्पेशल कैटेगरी को बिलॉन्ग करते हैं। अगर आपको यह पता चल जाएगी कौन सी की किस कैटेगरी की है तब आप आसानी से उस के फंक्शन के बारे में जान सकते हैं।
कुछ कीबोर्ड में स्पेशल keys मौजूद होती है, वहीं कुछ में नहीं होती, लेकिन सभी कीबोर्ड में सामान अल्फा numerical keys जरूर होते हैं।
Alphanumeric keys:-
सभी कीबोर्ड में एक सेट of keys मौजूद होती हैं, जिसे की अल्फान्यूमैरिक keys कहते हैं।इस टर्म'alphanumeric'का मतलब होता है,लेटर्स या नंबर लेकिन सिंबल या कमांड keys नहीं होती है।ये नंबर्स keys keyboard के दो अलग अलग इस शो में मौजूद रहता है।
एक key letters के ऊपर दूसरा key letters के दाई ओर.ये नंबर keys जोकि लेटर्स के ऊपर दिखाई पड़ती हैं वो  सिंबल keys की डबल होती है

Punctuation keys:-
Punctuation keys वह होती हैं जो कि punctuation mark के साथ रिलेट करती हैं, नंबर keys की तरह ही अगर आप punctuation key को होल्ड कर स्विफ्ट को दबाएं तब दूसरे फंक्शन का इस्तेमाल कर सकते हैं।इसके उदाहरण है,"comma key""question mark key"period key"यह सारे keys letter keys के राइट साइड में स्थित होते हैं।

Navigation keys:-

Keyboard मैं navigation keys letter keys और नंबर keys ke बीच दिखाई पड़ते है, कीबोर्ड के दाई और नेविगेशन keys में मुख्य रूप से चार एरोज होते हैं, up,down,right,left ye keys cursor को display screen मैं माउस की तरह घुमाते है, आप इन navigation keys का इस्तेमाल website हिस्ट्री को स्क्रोल करने के लिए कर सकते हैं।
Command keys aur special keys:-
Command keys उन keys को कहा जाता है जो कि command देते हैं जैसे की on"delete""return"और "इंटर"यह आपके कीबोर्ड के ऊपर निर्भर करता है। कि उसमें स्पेशल keys मौजूद है कि नहीं उदहारण के लिए वॉल्यूम को ऊपर नीचे करने के लिए वीडियो को आगे पीछे करने के लिए इत्यादि। दूसरे जो स्पेशल keys hai वह हैं "कैप lock key"special keys वह हैं "cap lock key"shift key"aur tab key"
Keys के प्रकार:-
एक सामान्य कीबोर्ड में keys ko कार्य के आधार पर निम्न छह श्रेणियों में बांटा गया है जिसका वर्णन कुछ इस प्रकार है।
1.function keys:-function keys कीबोर्ड में सबसे ऊपर होती है इसे कीबोर्ड में f1se f12 तक लिखा जाता है, फंक्शन कीस का उपयोग किसी विशेष कार्य को करने के लिए किया जाता है, इसका हर प्रोग्राम में अलग कार्य होता है।
2.Typing keys:-सबसे अधिक इस्तेमाल इसी keys ka होता है,टाइपिंग keys मैं दोनों तरह की keys (alphabet aur numbers) शामिल होती हैं टाइपिंग keys me सभी प्रकार के सिंबल्स और punctuation mark भी समिल होते है।
3.control keys:-इस keys ko अकेले  या अन्य keys ke saath कोई निश्चित कार्य करने में उपयोग किया जाता है, एक नेचुरल कीबोर्ड में अधिकतर Ctrl key,alt key, window key,esc key का उपयोग कंट्रोल कीस के रूप में किया जाता है इसके अलावा मेनू की,स्क्रॉल की,pause break key,prtscr keys, आदि की भी कंट्रोल की में शामिल होती हैं।

4.navigation keys:-navigation keys me arrow keys,home end,insert, page up, delete,page down आदि की होती हैं। इनका यूज किसी डॉक्यूमेंट वेब पेज में इधर उधर जाने में होता है।
5.indicator lights:-कीबोर्ड में तीन तरह की (indicator) light संकेतक होती हैं,num lock,scroll lock,aur caps lock jab कीबोर्ड में पहली लाइट जली होती है इसका अर्थ है numeric keypad chalu hai, और यदि यह बंद हो तो इसका अर्थ है न्यूमैरिक कीपैड बंद है। दूसरी लाईट हमे लेटर्स के अपरकेस आल ओवर केस के बारे में संकेत करती है।तीसरी जिसे हम scroll के नाम से जानते हैं वह इसको scrolling के बारे में संकेत करती है.
6.numeric keys:-एक न्यूमैरिक की में केलकुलेटर के समान ही keys होती हैं, इन्हें हम कैलकुलेटर keys भी कह सकते हैं इसका इस्तेमाल अधिकतम नंबर्स को लिखने में किया जाता है।
Control keys aur उसका उपयोग:-
1.Esc key:- esc key का इस्तेेमाल present मैं चल रहे कोई भी टास्क को कैंसिल करने के लिए किया जाता है।

2.Ctrl key:-ctrl key का पूरा नाम कंट्रोल की है, इसका इस्तेमाल कीबोर्ड शॉर्टकट में किया जाता है।
3.Alt key:-alt key का पूरा नाम 
अल्टर की है, इसका इस्तेमाल भी कीबोर्ड शॉर्टकट में किया जाता है।
4.window logo key:-is key का उपयोग स्टार्ट मेन्यू को ओपेन करने के लिए किया जाता है।
5.menu key:-माउस के right-click के समान ही कार्य करती है यह किसी निश्चित प्रोग्राम के  करती हैअनुसार कार्य करती है।

6.prtscr key:-image लेने के लिए इस  key का उपयोग किया जाता है।

Navigation keys aur इसका उपयोग

1.arrow keys:-arrow keys चार होती है-up arrow down arrow left arrow right arrow इसका इस्तेमाल cursor और वेब पेज को एरो की दिशा में सरकार ने के लिए किया जाता है।

2.Home keys:-home keys का इस्तेमाल कर सर को किसी दस्तावेज के इस्तेमाल या शुरुआत में लाने के लिए किया जाता है।

3.end keys:-end keys का इस्तेमाल cursor को किसी दस्तावेज के आखिरी में लाने के लिए किया जाता है। इसकी सहायता से एक वेब पेज और डॉक्यूमेंट के एकदम नीचे जा सकते है।

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