आइए दोस्तों आज हम इस आर्टिकल के जरिए जानते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या होता है,और यह कैसे काम करता है। चलिए दोस्तों तो हम लोग शुरू करते हैं। पहले जानते हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होता क्या है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है-बनावटी कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जनक जॉन मैकार्थी कहा गया है, जॉन मथाई कहते हैं, यह बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिक है,अर्थात यह मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है।जब हम किसी कंप्यूटर को इस तरह तैयार करते हैं कि वह मनुष्य की बुद्धिमता की तरह काम कर सके उसे हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही कहते हैं। अर्थात जब हम किसी मशीन में इस तरहप्रोग्राम सेट करते हैं कि वह मनुष्य की भांति कार्य कर सकें उसे हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं,(A.I.) का फुल फॉर्म artificial intelligence है, या हिंदी में इसका अर्थ है कृत्रिम बुद्धिमता या कृतिम होशियार।
Artificial intelligence के टाइप या प्रकार,
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बहुत से प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है लेकिन उसमें से जो सबसे मुख्य है वह है
1)weak artificial intelligence
2) strong artificial intelligence
WEAK A.I-: इस प्रकार के एआई को narrow एआई भी कहा जाता है, इन एआई सिस्टम को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यह केवल एक पार्टी कूलर टास्क ही करें,।
STRONG AI-: इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जर्नल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ई कहा जाता है इस प्रकार के एआई सिस्टम में generalized मनुष्य की बुद्धिमता होती है जिससे कि समय आने पर अगर इसे कोई डिफिकल्ट सा टास्क दिया जाए तो आसानी से निकाल सकता है, turning text ko Mathmatician Alan turning द्वारा सन 1950 में डेवलप किया गया था जिसका इस्तेमाल यह जानने के लिए किया गया था कि क्या कंप्यूटर से भी इंसानों की तरह सोच सकते हैं कि नहीं।
A.l की फिलॉस्फी
जब इंसान कंप्यूटर सिस्टम की असली ताकत को खोज रहा था तब मनुष्य की अधिक जानने की इच्छा ने यह सोचने को बाध्य किया कि,"क्या मशीन भी हमारी तरह सोच सकती हैं"? ओर इसी तरह ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की डेवलपमेंट की शुरुआत हुई जिसका केवल एक ही उद्देश्य था की एक ऐसी इंटेलिजेंस मशीन की संरचना की जाए जो की इंसानों कि तरह ही बुद्धिमान हो और इंसानों की तरह काम कर सके और इंसानों की तरह ही सोच सके।
एआई के एप्लीकेशन
A.l का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हॉस्पिटल्स में किया जाता है। इसका सबसे बड़ा चैलेंज यह है कि हम पेशेंट का कैसे बेहतर इलाज कर सकें और वह भी कम से कम लागत में इसलिए कंपनीज अब एआई का इस्तेमाल हॉस्पिटल्स में कर रही हैं जिससे कि बेहतर और जल्दी मरीजों का इलाज सुचारू रूप से हो सके,ऐसे ही एक बहुत ही फेमस हेल्थ केयर टेक्नोलॉजी है जिसका नाम है आईबीएम वाटसन इसके साथ-साथ आपका मन बीमारियों के लिए हेल्थ असिस्टेंट भी आ चुके हैं एआई का इस्तेमाल मुख्य था मशीनों के द्वारा जांच करने में किया जा रहा है एआई के द्वारा ही मिनटों का काम सेकंड में हो जाता है। एआई के कारण ही पेशेंट का इलाज जल्दी हो पाना संभव हुआ है, क्योंकि मशीन जल्दी से जल्दी चेक करके पेशंस को बता देती है पेशेंट को कौन सी बीमारी है।
A.l in business
Machine learning algorithm ko analytics and CRm platforms के साथ इंटीग्रेट किया जा रहा है। जिससे कि यह पता चल सके कि कैसे कंपनीज अपने कस्टमर को बेहतर मदद कर सकें, रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन की मदद से अब हाइजली रिपिटेटिव टास्क को अब मशीनों के द्वारा किया जा रहा है।
A.l in education
एआई की मदद से अब किसी भी छात्र को इन फैक्ट और गाइड किया जा सकता है, क्या उसकी जरूरत है किन-किन सब्जेक्ट में weak hai इतिहास ताकि उस छात्र को सही तरीके से मदद की जा सके, आजकल एआई ट्यूटर्स की मदद से छात्र घर बैठे ही शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।
A.l in finance
AI ki madad se financial institutions ko kafi labh mil raha hai क्योंकि कंपनीज को पहले डाटा एनालिसिस में पैसे और समय दोनों इन्वेस्ट करना पड़ता था पर अब ऐसा नहीं होता अब यही बहुत कम समय में बहुत ज्यादा काम कर देती है आर ए आई के द्वारा ही आजकल की कंपनियां इतना ग्रू कर रही हैं, आजकल की कंपनियां एआई का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल कर रही हैं। जो किए आई बहुत लाभदायक है मिंटू का काम सेकंड ओ में करके दे देता है।
A.l और हमारा भविष्य
आज के दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, हम मनुष्य धीरे-धीरे ऐसे मशीनें के ज्यादा आदि बनते जा रहे हैं, हम हमारी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और भी ज्यादा शक्तिशाली और ज्यादा एडवांस कर रहे हैं, ताकि यह हमारे कठिन से कठिन काम कर सकें ऐसा होने से हमारे जाने अनजाने में एम मशीन और भी ज्यादा ताकतवर बनती जा रही है और इनमें सोचने की शक्ति भी धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है, जिससे यह मशीनें किसी भी परिस्थितियों में खुद को ढाल सकती हैं और यह हमारे लिए बहुत ही नुकसान दे है
वह दिन दूर नहीं जब यह हमारे आदेश का पालन ना करें और अपने मन मुताबिक ही कार्य करें ऐसे में मनुष्य को बहुत ही ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है यह हमारे सभी इंडस्ट्रीज में अपनी जड़ पहले से ही गाड़ चुकी हैं, और हम उनके बहुत ही आदि बन चुके इसीलिए हम मनुष्य को सतर्क रहना पड़ेगा और इन मशीनों का लिमिटेड इस्तेमाल करना पड़ेगा।
ज्यादा जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
www.AI.com
दोस्तो मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आप लोग को अच्छा लगा होगा, हम कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा और अब अगला लेख किस सब्जेक्ट पर चाहिए।
"मेरा भारत देश बदल रहा है और आगे बढ़ रहा है"
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है-बनावटी कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जनक जॉन मैकार्थी कहा गया है, जॉन मथाई कहते हैं, यह बुद्धिमान मशीनों, विशेष रूप से बुद्धिमान कंप्यूटर प्रोग्राम को बनाने का विज्ञान और अभियांत्रिक है,अर्थात यह मशीनों द्वारा प्रदर्शित की गई इंटेलिजेंस है।जब हम किसी कंप्यूटर को इस तरह तैयार करते हैं कि वह मनुष्य की बुद्धिमता की तरह काम कर सके उसे हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही कहते हैं। अर्थात जब हम किसी मशीन में इस तरहप्रोग्राम सेट करते हैं कि वह मनुष्य की भांति कार्य कर सकें उसे हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं,(A.I.) का फुल फॉर्म artificial intelligence है, या हिंदी में इसका अर्थ है कृत्रिम बुद्धिमता या कृतिम होशियार।
Artificial intelligence के टाइप या प्रकार,
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बहुत से प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है लेकिन उसमें से जो सबसे मुख्य है वह है
1)weak artificial intelligence
2) strong artificial intelligence
WEAK A.I-: इस प्रकार के एआई को narrow एआई भी कहा जाता है, इन एआई सिस्टम को इस प्रकार से डिजाइन किया गया है कि यह केवल एक पार्टी कूलर टास्क ही करें,।
STRONG AI-: इस प्रकार के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को जर्नल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ई कहा जाता है इस प्रकार के एआई सिस्टम में generalized मनुष्य की बुद्धिमता होती है जिससे कि समय आने पर अगर इसे कोई डिफिकल्ट सा टास्क दिया जाए तो आसानी से निकाल सकता है, turning text ko Mathmatician Alan turning द्वारा सन 1950 में डेवलप किया गया था जिसका इस्तेमाल यह जानने के लिए किया गया था कि क्या कंप्यूटर से भी इंसानों की तरह सोच सकते हैं कि नहीं।
A.l की फिलॉस्फी
जब इंसान कंप्यूटर सिस्टम की असली ताकत को खोज रहा था तब मनुष्य की अधिक जानने की इच्छा ने यह सोचने को बाध्य किया कि,"क्या मशीन भी हमारी तरह सोच सकती हैं"? ओर इसी तरह ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की डेवलपमेंट की शुरुआत हुई जिसका केवल एक ही उद्देश्य था की एक ऐसी इंटेलिजेंस मशीन की संरचना की जाए जो की इंसानों कि तरह ही बुद्धिमान हो और इंसानों की तरह काम कर सके और इंसानों की तरह ही सोच सके।
एआई के एप्लीकेशन
A.l का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हॉस्पिटल्स में किया जाता है। इसका सबसे बड़ा चैलेंज यह है कि हम पेशेंट का कैसे बेहतर इलाज कर सकें और वह भी कम से कम लागत में इसलिए कंपनीज अब एआई का इस्तेमाल हॉस्पिटल्स में कर रही हैं जिससे कि बेहतर और जल्दी मरीजों का इलाज सुचारू रूप से हो सके,ऐसे ही एक बहुत ही फेमस हेल्थ केयर टेक्नोलॉजी है जिसका नाम है आईबीएम वाटसन इसके साथ-साथ आपका मन बीमारियों के लिए हेल्थ असिस्टेंट भी आ चुके हैं एआई का इस्तेमाल मुख्य था मशीनों के द्वारा जांच करने में किया जा रहा है एआई के द्वारा ही मिनटों का काम सेकंड में हो जाता है। एआई के कारण ही पेशेंट का इलाज जल्दी हो पाना संभव हुआ है, क्योंकि मशीन जल्दी से जल्दी चेक करके पेशंस को बता देती है पेशेंट को कौन सी बीमारी है।
A.l in business
Machine learning algorithm ko analytics and CRm platforms के साथ इंटीग्रेट किया जा रहा है। जिससे कि यह पता चल सके कि कैसे कंपनीज अपने कस्टमर को बेहतर मदद कर सकें, रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन की मदद से अब हाइजली रिपिटेटिव टास्क को अब मशीनों के द्वारा किया जा रहा है।
A.l in education
एआई की मदद से अब किसी भी छात्र को इन फैक्ट और गाइड किया जा सकता है, क्या उसकी जरूरत है किन-किन सब्जेक्ट में weak hai इतिहास ताकि उस छात्र को सही तरीके से मदद की जा सके, आजकल एआई ट्यूटर्स की मदद से छात्र घर बैठे ही शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं।
A.l in finance
AI ki madad se financial institutions ko kafi labh mil raha hai क्योंकि कंपनीज को पहले डाटा एनालिसिस में पैसे और समय दोनों इन्वेस्ट करना पड़ता था पर अब ऐसा नहीं होता अब यही बहुत कम समय में बहुत ज्यादा काम कर देती है आर ए आई के द्वारा ही आजकल की कंपनियां इतना ग्रू कर रही हैं, आजकल की कंपनियां एआई का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल कर रही हैं। जो किए आई बहुत लाभदायक है मिंटू का काम सेकंड ओ में करके दे देता है।
A.l और हमारा भविष्य
आज के दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल हो रहा है, हम मनुष्य धीरे-धीरे ऐसे मशीनें के ज्यादा आदि बनते जा रहे हैं, हम हमारी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और भी ज्यादा शक्तिशाली और ज्यादा एडवांस कर रहे हैं, ताकि यह हमारे कठिन से कठिन काम कर सकें ऐसा होने से हमारे जाने अनजाने में एम मशीन और भी ज्यादा ताकतवर बनती जा रही है और इनमें सोचने की शक्ति भी धीरे-धीरे बढ़ती ही जा रही है, जिससे यह मशीनें किसी भी परिस्थितियों में खुद को ढाल सकती हैं और यह हमारे लिए बहुत ही नुकसान दे है
वह दिन दूर नहीं जब यह हमारे आदेश का पालन ना करें और अपने मन मुताबिक ही कार्य करें ऐसे में मनुष्य को बहुत ही ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता है यह हमारे सभी इंडस्ट्रीज में अपनी जड़ पहले से ही गाड़ चुकी हैं, और हम उनके बहुत ही आदि बन चुके इसीलिए हम मनुष्य को सतर्क रहना पड़ेगा और इन मशीनों का लिमिटेड इस्तेमाल करना पड़ेगा।
ज्यादा जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक कर सकते हैं
www.AI.com
दोस्तो मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आप लोग को अच्छा लगा होगा, हम कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको यह लेख कैसा लगा और अब अगला लेख किस सब्जेक्ट पर चाहिए।
"मेरा भारत देश बदल रहा है और आगे बढ़ रहा है"
एक टिप्पणी भेजें