जबलपुर:-
जबलपुर भारत के मध्यप्रदेश राज्य का एक अनोखा एवं अदभुत शहर माना जाता है यह पर मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय तथा राज्य विज्ञान संस्थान भी हैं इस शहर में पश्चिम मध्य रेलवे का मुख्यालय भी है इस शहर की खोज बहुत पहले तो नहीं हुई है लेकिन रानी दुर्गावती जो कि गोड़वाना साम्राज्य का हिस्सा रह चुकी हैं, वे वीर योद्धा कहलाई जाती थी और जबलपुर में 90 तलाव खुदबाए थे इनमें से कुछ तलाव आज भी आपको देखने को मिल सकते हैं लोकमान तिलक ने यहीं से स्वराज मूवमेंट की शुरुआत की थी स्मोकर गेम भी यहीं से चालू हुआ था यह शहर जाना जाता है अपनी झरने और पुराने महलों के लिए कहते हैं अगर आपने जबलपुर में जाकर खोए की जलेबी नहीं खाई तो क्या खाई तो चलिए जानते हैं इस शहर के बारे में।
1. धुआंधार झरना:-
यह झरना भारी भाप वाला झरना है जैसा कि आपको नाम से ही पता चल रहा होगा, इस झरने की उत्पत्ति नर्मदा नदी से होती है यह झरना प्रसिद्ध संगमरमर की चट्टानों से होकर गुजरता है झरने का पानी नीचे गिरकर धुएं को जन्म देता है झरने की खूबसूरती का लुफ्त उठाने दूर-दूर से पर्यटक यहां पर आते हैं पानी के गिरने की आवाज काफी दूर तक सुनाई देती है इसका जल सफेद धुएं के सामान उड़ने लगता है इसीलिए इस झरने को धुआंधार झरना कहा जाता है।
2. भेड़ाघाट:-
अगर अगर आप मध्यप्रदेश में झरने एवं संगमरमर की चट्टानों का लुफ्त उठाना चाहते हैं तो भेड़ाघाट आपके लिए बहुत ही सही जगह है जबलपुर शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर नर्मदा नदी के किनारे स्थित है भेड़ाघाट संगमामारिया सौंदर्य और शानदार झरने के लिए ही प्रसिद्ध है आप चट्टानों के बीच नाव की सवारी का लुफ्त भी उठा सकते हैं संगमरमर की 100 फीट तक ऊंची चट्टानें ही भेड़ाघाट की खासियत मानी जाती हैं।
3.मदन महल/रानी दुर्गावती फोर्ट:-
जमीन से लगभग 400 मीटर की ऊंचाई पर बने इस मदन महल की पहाड़ी काफी पुरानी मानी जाती है इस किले को राजा मदन शाह ने 12 वीं सदी में बनवाया था इस किले के आसपास का नजारा काफी अच्छा और खूबसूरत मिलता है इस महल के छत की छपाई में शानदार चित्रकारी की गई है यह 10 में गोंडा राजा मदन शाह का आश्रम की भी माना जाता है।
4. चौसठ योगिनी मंदिर:-
चौसठ योगिनी मंदिर देवी का एक मंदिर है इस मंदिर को त्रिपुरी राजघराने के महाराज युवराज प्रथम ने बनवाया था इस मंदिर का नाम इसकी दीवारों पर उकेरी गई चौसठ योगिनी की मूर्तियों से पड़ा है इस मंदिर से नर्मदा का भी नजारा देखने को मिलता है।
5. कंचनार शिवा मंदिर:-
जबलपुर के कंचनार इलाके में बना हुआ है यह मंदिर जहां पर शिवजी की 76 फीट ऊंची प्रतिमा का सौंदर्य देखते ही बनता है यह प्रतिमा 3 सालों में बनकर तैयार हुई थी यह प्रतिमा 2006 में बनकर तैयार हुई थी जिसको देखने बहुत दूर दूर से लोग आते हैं यह प्रतिमा भारत की सबसे बड़ी मूर्तियों में से एक मानी जाती है।
6. भवार्टल गार्डन:-
ओल्ड एम्पियर टाउन के बीच मौजूद भवार्टल गार्डन जबलपुर की एक खूबसूरत और चहल-पहल वाली जगह हैयह पार्क योगा एवं पिकनिक स्पॉट भी माना जाता है इस पार्क में टॉय ट्रेन झूले हरियाली सबका दिल जीत लेती हैं और शाम के समय इस गार्डेन का नजारा बेहद खूबसूरत हो जाता है।
7. बलांसिग रॉक:-
यह रॉक्स अपनी बनावट और फार्मेशन को लेकर चर्चा में बना रहता है, कई कुंटल बजनी यह पत्थर सिर्फ अपनी बेस पर खड़ा है यह कुदरत का नया करिश्मा माना जाता है यह आज भी रहस्य बना हुआ है कि यह पत्थर एक दूसरे के ऊपर कैसे टिके हैं।
8. रानी दुर्गावती संग्रहालय:-
यह संग्रहालय कला और परंपरा को करीब से जानने के लिए एक अच्छी जगह है इस संग्रहालय में महात्मा गांधी की तस्वीरों के साथ साथ चौसठ योगिनी मंदिर की भी तस्वीरें विराजित हैं, संग्रहालय में भूतल पर चार दीघरे एवं एक कला ऑडिटोरियम है दिघरे में संग्रहालय के संग्रह के चयनित कलाकृतियों को प्रदर्शित किया गया है। इसका निर्माण 1964 में किया गया था यह मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध संग्रहालय में से एक माना जाता है।
9. बरगी बांध:-
बरगी बांध भारत के मध्यप्रदेश में नर्मदा नदी पर बनने वाले 30 प्रमुख बांधों में से एक है इस बात की कुल लंबाई 1312 किलोमीटर है जिनमें से 1072 किलोमीटर मध्य प्रदेश की भूमि में बहती है यह बांध सिंचाई और ऊर्जा उत्पादन मैं महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ पर्यटन में भी खास माना जाता है, बात का निर्माण कार्य 1974 में चालू हुआ और 1990 में पूर्ण हुआ।
10. डुमना नेचर रिजर्व पार्क:-
डुमना नेचर रिजर्व पार्क जबलपुर शहर से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है प्रकृति और वन्यजीवों में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह एक अदभुत जगह हो सकती है डुमना एयरपोर्ट के रास्ते पर पड़ने वाला यह जगह 1058 हेक्टेयर के भूभाग में फैला हुआ है इस पार्क में पेड़ पौधे और वन्य जीव प्रजातियां आप देख सकते हैं यहां पर टॉय ट्रेन और साइकिलिंग का भी लुप्त उठा सकते हैं।
यहां पर कुछ और अच्छे टूरिस्ट स्पॉट है जिसको आप विजिट करना उचित मान सकते हैं पंसारी की मडिया, संग्राम सागर लेक
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