हैदराबाद:-

हैदराबाद ब्रिटिश काल की सबसे बड़ी नवाबी रियासत थी यह भारतीय उपमहाद्वीप के दक्षिणी पश्चिमी ओर स्थित है हैदराबाद तेलंगाना राज्य की राजधानी है चारमीनार के बारे में तो आपने सुना ही होगा जो कि हैदराबाद में ही स्थित है हैदराबाद को कुतुब शाही परंपरा पांचवे शासक मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने अपनी प्रेमिका भगवती को उपहार स्वरूप भेंट किया था हैदराबाद की खास पहचान चारमीनार है जोकि मोहम्मद कुली कुतुब शाह ने 1591 में बनवाया था आज इस इमारत की चर्चा पूरे विश्व में होती है  हैदराबाद की स्थापना 16वी सदी में हुई थी हैदराबाद का निजाम ओ का और मोतियों का शहर कहा जाता है कहा जाता है कि अगर आपने हैदराबादी बिरयानी नहीं खाई तो आपने क्या खाया इस बिरयानी के 140 प्रकार है तो चलिए जानते हैं हैदराबाद के बारे में।

1. चारमीनार/लाद बाजार:-

हैदराबाद की सबसे प्रसिद्ध जगह है चारमीनार इस इमारत का निर्माण ग्राम इट के पत्थर और चूने से किया गया है चार मीनार का निर्माण 1591 में मोहम्मद कुली कुतुब शाह द्वारा कराया गया था इस इमारत के नाम से ही अंदाजा लगाया जा सकता है इस इमारत में आकाश को चूमती चारमीनार है जिसकी ऊंचाई 56 फीट है यह इमारत  विश्व  भर में हैदराबाद के प्रतीक के रूप में माना जाता है।

2. रामोजी फिल्म सिटी:-

रामोजी फिल्म सिटी की स्थापना 1996 में रामोजी राव द्वारा की गई थी इसे दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टूडियो कॉन्प्लेक्स भी माना जाता है इस फिल्म सिटी का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है यहां पर शूटिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले सैकड़ों सेट मौजूद हैं यह फिल्म सिटी हैदराबाद से 25 किलोमीटर दूर नल गोंडा मार्ग में स्थित है फिल्म सिटी के अलावा रामोजी फिल्म स्टूडियो एक पर्यटक केंद्र   भी है।

3. हुसैन सागर झील:-

हुसैन सागर झील भारत में एक कृतिम झील है जो कि हैदराबाद में स्थित है 1992 में गौतम बुद्ध की एक बड़ी अखंड मूर्ति झील के बीच में टापू पर खड़ी की गई झील के चारों ओर कई आकर्षण हैं जो कि लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट भी है हैदराबाद के भूगोल और इतिहास में हुसैन सागर झील का बहुत ज्यादा ही महत्व है इस जेल को हजरत हुसैन ने 1562 में बनवाया था यह झील मुसी नदी  के  सहायक नदी पर बनी है इस जेल को बनाने का मूल उद्देश्य शहर को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना था।

4. बिरला मंदिर:-

यह मंदिर 280 फीट ऊंची पहाड़ी पर स्थित है यह मंदिर भारत का लोकप्रिय मंदिर भी माना जाता है यह मंदिर भगवान बकेटेश्वर को समर्पित है जो 2000 तन सफेद राजस्थानी संगमरमर से बना हैयह मंदिर हुसैन सागर झील के पास में ही स्थित है इस मंदिर के निर्माण में दक्षिण भारती राजस्थानी और उत्तर कलाकार का अनूठा संग्रह मिलता है।

5. बालाजी मंदिर:-

यह एक प्राचीन हिंदू मंदिर है जो कि भगवान बालाजी और उनकी पत्नी श्री देवी और भूदेवी को समर्पित है यह मंदिर किसी प्रकार के धन को स्वीकार नहीं करता जिससे जिस कारण से यह मंदिर पूरे विश्व में विख्यात है हैदराबाद से 30 किलोमीटर दूर यह मंदिर चिलकुर गांव में स्थित है यह मंदिर ओसमान सागर झील के किनारे बना हुआ है।

6. नेहरू जूलॉजिकल पार्क:-

हैदराबाद का नेहरू जूलॉजिकल पार्क 1963 में स्थापित किया गया था  और ये आंध्र प्रदेश के सरकार द्वारा संचालित किया गया था इस पार्क को हैदराबाद के चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर यह चिड़ियाघर शहर का प्रमुख आकर्षक है हे पार्थ 380 एकड़ की जमीन पर फैला हुआ है लगभग 15 प्रजाति के पशु पक्षी वाला यह जो देश के सबसे बड़े चिड़िया घरों में से एक है।

7. ताज फलकनुमा पैलेस:-

फलकनुमा पैलेस भारत में स्थित हैदराबाद के बहुत ही श्रेष्ठ स्थानों में से एक है इसकी स्थापना 19वीं सदी  के अंत में नवाब विकल उल उम्र द्वारा बनवाया गया था यह पहले 2000 फीट ऊंची पहाड़ी में स्थित है इस महल के अंदर 220 कमरे हैं और 22 हॉल हैं  इस महल  की खूबसूरती देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आते हैं।

8. चौ मोहल्ला महल:-

यह महल हैदराबाद के निजाम का महल है इसका निर्माण सन 1869 में पचवे निजाम अफजल उद दौला जा पंचम के शासनकाल के दौरान हुआ था यह महल 45 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इस महल में पानी के फव्वारे हरे भरे बाग बगीचे मन को सुशोभित कर देते हैं।

9. सालारजंग संग्रहालय:-

सालारजंग संग्रहालय तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद शहर में मूसा नदी के दक्षिणी तट पर दर उल शिफा में स्थित एक कला संग्रहालय है यह भारत के 3 राष्ट्रीय संग्रहालय में से एक माना जाता है, यहां लाखों कला की वस्तु पांडुलिपि और कला की किताबें संग्रहीत हैं इस संग्रहालय में 38 गलियारे हैं।

10. गोलकुंडा फोर्ट:-

गोलकुंडा फोर्ट दक्षिणी भारत में हैदराबाद नगर से 5 मील पश्चिमी स्थित एक दुर्ग तथा खूबसूरत नगर है पूर्व काल में यह कुतुब शाही राज्य में मिलने वाले हीरे जवाहरातो  के लिए प्रसिद्ध था। इस किले की मजेदार बात यह है कि इस किले में कुछ ऐसे स्थान भी है जहां से आवाज 1 किलोमीटर दूर तक गूंजती है।

यहां के कुछ अन्य टूरिस्ट स्पॉट जो आप विजिट कर सकते हैं सालार जंग म्यूजियम, मेका मस्जिद, कुतुब शाही टॉन्ब।

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