आइए दोस्तों आज हम इस आर्टिकल के जरिए जानते है पंचवर्षीय योजनाएं और इसके लक्ष्य और यह योजनाएं क्यों चालू की गई थी तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं.
क्या है पंचवर्षीय योजना? और यह क्यों चालू हुई थी:-आजादी के बाद भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने समाजवादी आर्थिक मॉडल को आगे बढ़ाया। जवाहरलाल नेहरू ने अनेक महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णय लिए। जिनमें पंचवर्षीय योजना की शुरुआत हुई थी। सन 1954 में पहली पंचवर्षीय योजना की नींव डाली गई और योजना आयोग का गठन किया गया।पंचवर्सिया योजना हर 5 साल के लिए केंद्र सरकार द्वारा देश के लोगो के लिए आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए शुरू की जाती है।पचावर्सिया योजनाएं केंद्रकृत्य और एकिकृत्य राष्ट्रीय आर्थिक कार्यक्रम है।इस योजना के अंतर्गत अब तक 12 पचवर्सिक योजना जारी की जा चुकी है,इस योजना के अन्तर्गत देश में कृषि विकास, रोजगार के अवसर प्रदान करना, मानवी, वा भौतिक साधनों का उपयोग कर उत्पादकता को बढ़ावा आदि सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं,तो चलिए दोस्तों हम लोग जानते है पहली पंचवर्षीय योजना कब चालू हुई थी और इसका क्या उद्देश्य था।
1)पहली पंचवर्षीय योजना (1951-1956)
पहली पंचवर्षीय योजना 1951से चालू हुई और 1956 तक चली और इसका उद्देश्य था, कृषि बिजली और सिंचाई जो पहली पंचवर्षीय योजना थी उसका उद्देश्य केवल कृषि बिजली और सिंचाई के क्षेत्रों को बढ़ावा देना और यह सफल रहा।
2)दूसरी पंचवर्षीय योजना (1956-1961)
दूसरी पंचवर्षीय योजना 1956 से चालू हुई और 1961तक चली और इसका उद्देश्य था। उद्योग के क्षेत्रों को बढ़ावा देना,इस योजना के अंतर्गत उद्योग पर ध्यान केंद्रित किया गया औद्योगिक उत्पादों के घरेलू उत्पादन को दितीय योजना में प्रोत्साहित किया गया और यह भी सफल रहा।
3) तीसरी पंचवर्षीय योजना (1961-1966)
इस योजना के अंतर्गत कृष और गेहूं के उत्पादन में सुधार पर सरकार द्वारा जोर दिया गया। लेकिन 1962 के भारत- चीन युद्ध अर्थव्यवस्था में कमजोरियों में उजागर रक्षा उद्योग की ओर ध्यान स्थानांतरित कर दिया इस योजना का कार्यकाल सन 1961 से 1966 तक चला। इस योजना के अंतर्गत कई सीमेंट और उर्वरक संयंत्र भी बनाए गए।
4) चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-1974)
इस योजना की शुरूआत वर्ष 1969 को की गई थी और इसका कार्यकाल वर्ष 1974 तक चला इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि के क्षेत्र को बढ़ावा देना था। और इस योजना के शुरू होने के समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी, इस योजना के अंतर्गत आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी गई।
5) पांचवी पंचवर्षीय योजना (1974-1979)
इस योजना की शुरूआत 1974 में कि गई और इसका कार्यकाल 1979 तक चला इस योजना के अंतर्गत कृषि उत्पादन और बचाव में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया इस योजना के तहत सामाजिक आर्थिक एवं क्षेत्रीय आशा मानता को कम करना है एवं गरीबी उन्मूलन के साथ आत्मनिर्भरता प्राप्त करना था।
6) छठी पंचवर्षीय योजना (1980-1985)
इस योजना की शुरुआत 1980 में कि गई और इसका कार्यकाल 1985 तक चला छठी पंचवर्षीय योजना को बार-बार तैयार किया गया पहले जनता पार्टी द्वारा (1978 से1983 की अवधि हेतु) अवतरण योजना बनाई गई। परंतु 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार बनने के बाद इस योजना को समाप्त कर दिया गया और नई छठी पंचवर्षीय योजना बनाया गया इस योजना के तहत देश में गरीबी को खत्म कर रोजगार दिलाने पर बल दिया गया और यह सफल रहा।
7) सातवीं पंचवर्षीय योजना (1985-1990)
इस योजना की शुरूआत 1985 में कि गई और इसका कार्यकाल 1990 तक चला इस योजना का मुख्य उद्देश्य था भारत देश में उत्पादन में बढ़ोतरी करना और रोजगार के अवसर पैदा करना। सातवीं पंचवर्षीय योजना में इंदिरा आवास योजना1985-86 जवाहर रोजगार योजना1989 और नेहरू रोजगार योजना 1989 को लागू किया गया था। और इस योजना का लाभ तथा देश में गरीबी को कम करना। और उत्पादकता को बढ़ावा देना। समाज सेवा में उन्नति प्रदान करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य था।
8) आठवीं पंचवर्षीय योजना (1992-1997)
इस योजना की शुरुआत 1992 में हुई और इसका कार्यकाल 1997 तक चला, इस योजना के अंतर्गत देश मेंसर्वोच्च प्राथमिकता मानव संसाधन का विकास रोजगार अथवा शिक्षा वे जन स्वास्थ्य को दी गई थी। इस योजना के अंतर्गत शिक्षा , गरीबी में कमी,को बेहतर बनाना,जनसंख्या वृद्धि, रोजगार सृजन को नियंत्रित करना, आदि विषय पर ध्यान आकर्षित किया गया। और इस योजना का लक्ष्य शताब्दी के अंत तक पूर्ण रोजगार प्राप्त करना, और ऊर्जा परिवहन संचार तथा सिंचाई को मजबूत करना।
9)नवी पंचवर्षीय योजना(1997-2002)
इस योजना की शुरुआत 1997 में हुई और इसका कार्यकाल 2002 तक चला,इस योजना के जरिए तेजी से औद्योगिकरण मानव विकास पूर्ण पैमाने पर रोजगार गरीबी में कमी और घरेलू संसाधनों पर आत्मनिर्भरता जैसे लक्ष्य को पूरा करने के लिए इस योजना को आरंभ किया गया था। इस नवी पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत स्वर्ण जयंती, ग्राम स्वरोजगार योजना प्रधानमंत्री ग्रामोदय योजना, आदि पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसका उद्देश्य सामाजिक न्याय तथा आर्थिक समृद्धिप्राप्त करना इस लक्ष्य को पाने के लिए ,रोजगार , आत्मनिर्भरता, और क्षेत्रीय संतुलन जैसे क्षेत्रों पर बल दिया जाना। इस योजना का मुख्य उद्देश्य था।
10)दसवीं पंचवर्षीय योजना (2002-2007)
इस योजना का कार्यकाल 2002 से 2007 तक चला इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2007 तक 5% अंको से गरीबी अनुपात को कमी करके श्रम शक्ति के अलावा लाभकारी और उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार उपलब्ध कराए गए इस पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत देश के उन क्षेत्रों में तेजी से विकास किया गया जहां पर रोजगार के अवसर उपलब्ध थे इस योजना का मुख्य उद्देश्य था वर्ष 2007 तक प्राथमिक शिक्षा कि पहुंच को सर्वव्यापी बनाना अरे सफल रहा।
11) ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना(2007-2012)
इस योजना की शुरुआत 1 अप्रैल 2007 को की गई थी इस योजना का मुख्य उद्देश्य तिब्रताम एवं समावेशी विकास था। योजना आयोग द्वारा राज्य की कुल बजट71731198 करो रुपए अनुमोदित किया गया था। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता से नीचे रहने वाले लोगों को बिजली पहुंचाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य था।
12) वाहरवि पंचवर्षीय योजना (2012-2017)
इस योजना की शुरूआत 2012 में कि गई और इसका कार्यकाल 2017 तक चला इस योजना में सालाना 10फीसदी की आर्थिक विकास दर हासिल करने का उद्देश्य रहा है। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक क्षेत्रों में कृषि उद्योग उर्जा परिवहन, संचार ग्रामीण विकास शहरी विकास को शामिल किया गया तथा सामाजिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिक्षा और रोजगार और कौशल विकास को महत्वपूर्ण भूमिका के साथ लिया गया।
13) तेरहवीं पंचवर्षीय योजना (2017-2022)
इस योजना की शुरूआत 2017 में हुई और इसका कार्यकाल 2022 में खत्म होगा इस योजना के अंतर्गत संसाधनों को दुरुस्त किया जाएगा राष्ट्रीय राज्य सत्रीय सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों को गाइडेंस दी जाएगी इस योजना के तहत बहुत सारे महत्वपूर्ण कारणों पर ध्यान दिया जाएगा।
दोस्तो मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आप लोग को पसंद आया होगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं यह लेख आप को कैसा लगा और अब अगला लेख किस सब्जेक्ट पर चाहिए।
इस योजना के अंतर्गत कृष और गेहूं के उत्पादन में सुधार पर सरकार द्वारा जोर दिया गया। लेकिन 1962 के भारत- चीन युद्ध अर्थव्यवस्था में कमजोरियों में उजागर रक्षा उद्योग की ओर ध्यान स्थानांतरित कर दिया इस योजना का कार्यकाल सन 1961 से 1966 तक चला। इस योजना के अंतर्गत कई सीमेंट और उर्वरक संयंत्र भी बनाए गए।
4) चौथी पंचवर्षीय योजना (1969-1974)
इस योजना की शुरूआत वर्ष 1969 को की गई थी और इसका कार्यकाल वर्ष 1974 तक चला इस योजना का मुख्य उद्देश्य कृषि के क्षेत्र को बढ़ावा देना था। और इस योजना के शुरू होने के समय इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थी, इस योजना के अंतर्गत आर्थिक विकास को प्राथमिकता दी गई।
5) पांचवी पंचवर्षीय योजना (1974-1979)
इस योजना की शुरूआत 1974 में कि गई और इसका कार्यकाल 1979 तक चला इस योजना के अंतर्गत कृषि उत्पादन और बचाव में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया इस योजना के तहत सामाजिक आर्थिक एवं क्षेत्रीय आशा मानता को कम करना है एवं गरीबी उन्मूलन के साथ आत्मनिर्भरता प्राप्त करना था।
6) छठी पंचवर्षीय योजना (1980-1985)
इस योजना की शुरुआत 1980 में कि गई और इसका कार्यकाल 1985 तक चला छठी पंचवर्षीय योजना को बार-बार तैयार किया गया पहले जनता पार्टी द्वारा (1978 से1983 की अवधि हेतु) अवतरण योजना बनाई गई। परंतु 1980 में इंदिरा गांधी की सरकार बनने के बाद इस योजना को समाप्त कर दिया गया और नई छठी पंचवर्षीय योजना बनाया गया इस योजना के तहत देश में गरीबी को खत्म कर रोजगार दिलाने पर बल दिया गया और यह सफल रहा।
7) सातवीं पंचवर्षीय योजना (1985-1990)
इस योजना की शुरूआत 1985 में कि गई और इसका कार्यकाल 1990 तक चला इस योजना का मुख्य उद्देश्य था भारत देश में उत्पादन में बढ़ोतरी करना और रोजगार के अवसर पैदा करना। सातवीं पंचवर्षीय योजना में इंदिरा आवास योजना1985-86 जवाहर रोजगार योजना1989 और नेहरू रोजगार योजना 1989 को लागू किया गया था। और इस योजना का लाभ तथा देश में गरीबी को कम करना। और उत्पादकता को बढ़ावा देना। समाज सेवा में उन्नति प्रदान करना इस योजना का मुख्य उद्देश्य था।
8) आठवीं पंचवर्षीय योजना (1992-1997)
इस योजना की शुरुआत 1992 में हुई और इसका कार्यकाल 1997 तक चला, इस योजना के अंतर्गत देश मेंसर्वोच्च प्राथमिकता मानव संसाधन का विकास रोजगार अथवा शिक्षा वे जन स्वास्थ्य को दी गई थी। इस योजना के अंतर्गत शिक्षा , गरीबी में कमी,को बेहतर बनाना,जनसंख्या वृद्धि, रोजगार सृजन को नियंत्रित करना, आदि विषय पर ध्यान आकर्षित किया गया। और इस योजना का लक्ष्य शताब्दी के अंत तक पूर्ण रोजगार प्राप्त करना, और ऊर्जा परिवहन संचार तथा सिंचाई को मजबूत करना।
9)नवी पंचवर्षीय योजना(1997-2002)
इस योजना की शुरुआत 1997 में हुई और इसका कार्यकाल 2002 तक चला,इस योजना के जरिए तेजी से औद्योगिकरण मानव विकास पूर्ण पैमाने पर रोजगार गरीबी में कमी और घरेलू संसाधनों पर आत्मनिर्भरता जैसे लक्ष्य को पूरा करने के लिए इस योजना को आरंभ किया गया था। इस नवी पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत स्वर्ण जयंती, ग्राम स्वरोजगार योजना प्रधानमंत्री ग्रामोदय योजना, आदि पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसका उद्देश्य सामाजिक न्याय तथा आर्थिक समृद्धिप्राप्त करना इस लक्ष्य को पाने के लिए ,रोजगार , आत्मनिर्भरता, और क्षेत्रीय संतुलन जैसे क्षेत्रों पर बल दिया जाना। इस योजना का मुख्य उद्देश्य था।
10)दसवीं पंचवर्षीय योजना (2002-2007)
इस योजना का कार्यकाल 2002 से 2007 तक चला इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2007 तक 5% अंको से गरीबी अनुपात को कमी करके श्रम शक्ति के अलावा लाभकारी और उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार उपलब्ध कराए गए इस पंचवर्षीय योजना के अंतर्गत देश के उन क्षेत्रों में तेजी से विकास किया गया जहां पर रोजगार के अवसर उपलब्ध थे इस योजना का मुख्य उद्देश्य था वर्ष 2007 तक प्राथमिक शिक्षा कि पहुंच को सर्वव्यापी बनाना अरे सफल रहा।
11) ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना(2007-2012)
इस योजना की शुरुआत 1 अप्रैल 2007 को की गई थी इस योजना का मुख्य उद्देश्य तिब्रताम एवं समावेशी विकास था। योजना आयोग द्वारा राज्य की कुल बजट71731198 करो रुपए अनुमोदित किया गया था। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धनता से नीचे रहने वाले लोगों को बिजली पहुंचाना इस योजना का मुख्य उद्देश्य था।
12) वाहरवि पंचवर्षीय योजना (2012-2017)
इस योजना की शुरूआत 2012 में कि गई और इसका कार्यकाल 2017 तक चला इस योजना में सालाना 10फीसदी की आर्थिक विकास दर हासिल करने का उद्देश्य रहा है। इस योजना के अंतर्गत आर्थिक क्षेत्रों में कृषि उद्योग उर्जा परिवहन, संचार ग्रामीण विकास शहरी विकास को शामिल किया गया तथा सामाजिक क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिक्षा और रोजगार और कौशल विकास को महत्वपूर्ण भूमिका के साथ लिया गया।
13) तेरहवीं पंचवर्षीय योजना (2017-2022)
इस योजना की शुरूआत 2017 में हुई और इसका कार्यकाल 2022 में खत्म होगा इस योजना के अंतर्गत संसाधनों को दुरुस्त किया जाएगा राष्ट्रीय राज्य सत्रीय सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे छात्रों को गाइडेंस दी जाएगी इस योजना के तहत बहुत सारे महत्वपूर्ण कारणों पर ध्यान दिया जाएगा।
दोस्तो मैं उम्मीद करता हूं कि यह लेख आप लोग को पसंद आया होगा हमें कमेंट करके जरूर बताएं यह लेख आप को कैसा लगा और अब अगला लेख किस सब्जेक्ट पर चाहिए।
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