द्वारका:-


द्वारका गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले में स्थित एक नगर तथा हिंदू तीर्थ स्थल है यह हिंदुओं के साथ सर्वाधिक पवित्र तीर्थों में से एक तथा चार धामों में से एक है यह सात पुरियो में से एक पूरी भी है जिले का नाम द्वारकापुरी से रखा गया है जिसकी रचना 2013 में कि गई है यह नगरी भारत के पश्चिम में समुद्र के किनारे पर बसी हुई है इस नगरी को भगवान कृष्ण ने बसाया था जय श्री कृष्ण की कर्मभूमि भी मानी जाती है आपने द्वारका गया और यहां की सुंदर-सुंदर मंदिरों का नजारा नहीं देखा तो क्या ही देखा तो चलिए जानते हैं इसके बारे में।


1. द्वारकाधीश मंदिर:-

यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है इस मंदिर को जगत मंदिर भी कहा जाता है यह 5 मंजिला मंदिर चूना पत्थर और रेत से बना हुआ अदभुत है 2200 साल पुरानी वास्तु कला ब्रजनाव द्वारा बनाई गई थी जिन्होंने इस मंदिर का निर्माण भगवान कृष्ण द्वारा समुद्र से प्राप्त हुई भूमि पर किया था श्रद्धालु इस मंदिर में आने से पहले गोमती नदी पर डुबकी लगाते हैं।

2. द्वारका बीच:-

पर्यटकों के लिए समय बिताने के लिए यह बीच अच्छी जगह है यह बीच मुख्य मंदिर से पास में ही बना है बीच में आप ठंडे ठंडे पानी और शांति वातावरण के साथ समय बिता सकते है इस बीच का नजारा देखने में बहुत ही लोकप्रिय कर देने वाला है समुद्र की लहरों से यह बीच हरा भरा दिखाई देता है।





3.गोमती घाट:-

ऐसा माना जाता है इस घाट पर स्नान करने से आत्मा शुद्ध हो जाती है इस घाट के किनारे पर भगवान राम कृष्ण और सुदामा को समर्पित है सुदामा कृष्ण भगवान के सच्चे मित्र थे कई वर्षों से मंदिर पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है






4. भड़केश्वर महादेव मंदिर:-


यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है यह मंदिर 5000 साल पुराना मंदिर है मंदिर हर साल मानसून के समय में समुद्र में डूब जाता है यह मंदिर अरब सागर में पाए गए स्वयंभू शिवलिंग के चारों ओर बनाया गया था इस मंदिर कि प्राकृतिक सुंदरता इतनी अच्छी है कि देखकर मन आकर्षित हो उठता है।इस मंदिर पर महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है।


5. सुदामा सेतु:-


यह पुल पैदल चलने वाले यात्रियों के लिए गोमती नदी पार करने के लिए बनाया गया है भगवान कृष्ण के बचपन के दोस्त सुदामा के नाम पर सुदामा सेतु पुल बनाया गया है यह पुल नदी और अरब सागर के  लुभावने हृदय के लिए भी प्रसिद्ध है इस सेतु को देखकर पर्यटकों का मन आकर्षित हो उठता है।





6.इस्कॉन :-


यह एक संगठन है जो कि कृष्ण चेतना और भागवत गीता के प्रचार में लगा हुआ है यह वैदिक संस्कृति और शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र है यह केंद्र महा विष्णु गोस्वामी महाराज द्वारा स्थापित किया गया था।इसका काम वैदिक संस्कृत का प्रचार प्रसार करना है।



7. स्वामीनारायण मंदिर:-


यह मंदिर समुद्र के किनारे और द्वारिकाधीश मंदिर के पास में ही स्थित है यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार स्वामीनारायण को समर्पित है इस मंदिर की दीवारों पर सुंदर नक्काशी की गई है जो कि वास्तुकला के आकर्षण को प्रदर्शित करती है यह मंदिर शांति वातावरण चाहने वाले लोगों के लिए अच्छी जगह है।



8. डनी पॉइंट:-

द्वारका से लगभग 30 किलोमीटर दूर यह जगह बेयाट द्वारका में स्थित है ये पॉइंट समुद्र और प्रवाल दीपों से घिरा हुआ है यह गुजरात का पहला इको टूरिज्म पॉइंट है इस पॉइंट में कछुए, मछलियां, डॉल्फिन,देखने को मिल जाते है और यहां जाने का समय नवंबर और मई के बीच होता है।


9. लाईटहाउस:-


इसका उद्घाटन 15 जुलाई 1962 को किया गया इसकी ऊंचाई 43 मीटर है यह लाईट हाउस अरब सागर के किनारे पर स्थित है यह लाल था उस समुद्र का शानदार नजारा प्रदर्शित करता है।यह लाइट हाउस शाम के 4:00 बजे से 6:00 बजे तक खुला रहता है।


10. शारदा पीठ:-


इस पीठ की संरचना आदि गुरु शंकराचार्य ने की थी यह पीठ चार मथो में से एक माना जाता है यह पीठ द्वारिका मठ के नाम से भी जाना जाता है यह पीठ द्वारका मंदिर के अंदर ही बना हुआ है इस मठ के अंदर शंकराचार्य के जीवन से संबंधित कई कलाकृतियां और मूर्तियां भी बनाई गई हैं।


अन्य पर्यटक स्थल रुकमणी देवी मंदिर,बेट द्वारका,गीता मंदिर






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