धर्मशाला:-
धर्मशाला हिमाचल प्रदेश की शीतकालीन राजधानी है यह हिमाचल राज्य के कांगड़ा जिले का मुख्यालय है,और कांगड़ा नगर से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है धर्मशाला के मैकल्डगंज उपनगर में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के मुख्यालय हैं इस कारण यह दलाई लामा का निवास स्थल तथा निर्वासित तिब्बती सरकार की राजधानी है धर्मशाला अपने खूबसूरत पहाड़ियों और पर्यटक स्थल के लिए प्रसिद्ध है धर्मशाला में आपको सुंदर-सुंदर पहाड़ियों का नजारा बेहद खूबसूरत देखने को मिल जाएगा तो चलिए जानते हैं धर्मशाला के बारे में।
1. धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम:-
धर्मशाला की हिमालय पर्वत में बसा एक छोटा सा क्रिकेट स्टेडियम है जो समुद्र तल से 1,457 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है इस क्रिकेट स्टेडियम की खूबसूरती में चार चांद यहां की पहाड़िया लगा देती हैं इन पहाड़ियों की हरियाली देखकर आपको ऐसा महसूस होगा कि बस यहीं पर स्वर्ग है।इस मैदान की खास बात यह है कि इस मैदान पर हमेशा ठंडी हवा ही बहती रहती है।
2. युद्ध स्मारक:-
यदि स्मारक धर्मशाला में खास जगहों में से एक है यह स्मारक शहर के पास देवदार के जंगलों में स्थित है यह एक जीपिजी कॉलेज है जिसका निर्माण ब्रिटिश काल के दौरान किया गया था यह स्मारक धर्मशाला के प्रवेश द्वार पर उन लोगों की यादों में बनाया गया है जिन्होंने हमारी मातृभूमि के लिए लड़ाई लड़ी थी और अपनी जान बलीदान में लगा दिया था।
3. त्रियुंड:-
त्री युंड मैकलोडगंज से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह जगह ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है इस जगह से मून पीका इंडेरा पास का खूबसूरत नजारा दिखता है इस जगह की स्वच्छता और यहां का वातावरण देखने लायक ही रहता है।
4. ज्वालामुखी देवी मंदिर:-
कहा जाता है कि जब बहुत बुरी आत्माएं यहां पर आती थी और देवताओं को परेशान करती थी भगवान शिव के कहने पर देवताओं ने उन्हें नष्ट करने का फैसला किया और कई देवताओं ने अपनी शक्ति केंद्रित की और वहां पृथ्वी से एक विशाल ज्वाला उत्पन्न हुई और इस ज्वाला से एक लड़की ने जन्म लिया जिसे सीता या पार्वती के नाम से भी जाना जाता है इस पवित्र स्थान पर पांडव भी आए थे इस मंदिर की नक्काशी इतनी खूबसूरत है कि देखने लायक है।
5. दलाई लामा मंदिर:-
यह धर्मशाला में एक राजनीतिक धार्मिक केंद्र है दलाई लामा मंदिर बौद्धों के लिए श्रद्धेय तीर्थ स्थल बन गया है इस मंदिर का वातावरण इतना शांतिपूर्ण है कि यहां पर दुनिया भर से पर्यटक समय बिताने आते हैं शांतिपूर्ण ध्यान और धार्मिक प्रार्थना के लिए मंदिर में चाहिए या माला मौजूद है जो कि मंदिर को और भी आकर्षक बनाते हैं।
6. मैकलोयड गंज:-
यह जगह समुद्र तल से अट्ठारह सौ मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह जगह कांगड़ा से 19 किलोमीटर की दूरी पर है मैकलोया डगंज तिब्बती हस्ताशील के रूप में काफी लोकप्रिय है यहां पर एकमत है जहां पर भगवान बुद्ध का बहुत ही बड़ा चित्र है।
7.भाग्सू वॉटरफॉल:-
यह वॉटरफॉल मैक्लऑयड गंज से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस जगह से ही थोड़ी सी दूर पर पर्सुनाथ मंदिर भी स्थित है बरसात में इस वाटरफॉल पर ठंडे पानी में तैराकी करके पर्सुनाथ मंदिर का दर्शन करना नहीं भूलते इसीलिए यह वॉटरफॉल प्रसिद्ध है।
8. नामा ग्याल मॉनेस्ट्री:-
इसकी स्थापना 16बी सदी में हुई थी यह मठ पहले तिब्बत में स्थित था यह मॉनेस्ट्री दलाई लामा का घर भी माना जाता है आर्य सबसे बड़ा तिब्बती मंदिर भी है यह मॉनेस्ट्री 200 भिक्षुओं का घर है।
9. मसरूर रॉक कट मंदिर:-
यह मंदिर धर्मशाला में कांगड़ा से 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इस मंदिर की परिसर में इंडो आर्यन के शैली में डिजाइन किए गए 15 रॉक कट मंदिर के संयोजन है इस मंदिर की स्थापना आठवीं शताब्दी में हुई थी यह मंदिर हिंदू देवता शिव विष्णु,देवी और सौरा को समर्पित है इतिहास के प्रेमी लोगों के लिए यह जगह बहुत ही सही जगह है।
10. कांगड़ा कला संग्रहालय:-
यह संग्रहालय तिब्बती और बौद्ध कलाकृति के इतिहास को बयां करता है यह संग्रहालय धर्मशाला के बस स्टैंड के पास में ही स्थित है इस संग्रहालय में आपके देखने को बहुत सारी चीजें मिल जाएंगी जैसे दुर्लभ सिक्के पुराने गहने पेंटिंग मूर्तिया मिट्टी के बर्तन आपके देखने को मिल जाएंगे।
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