मथुरा वृंदावन:-

मथुरा वृंदावन धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है मथुरा वृंदावन को श्री कृष्ण जन्मभूमि के नाम से भी जाना जाता है आज यह धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में प्रसिद्ध है मथुरा भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का केंद्र रहा है यह यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है रामायण में इस नगरी की समृद्धि का वर्णन है।

1. कृष्ण जन्मभूमि:-

यह मंदिर उस कारागार के बाहर बना हुआ है जहां पर भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था यहां पर भगवान कृष्ण की चार मीटर ऊंची शुद्ध सोने की मूर्ति थी जिसे महमूद गजनवी ने चुरा कर ले गया था।

2.मथुरा संग्रहालय:-

इसका निर्माण 1974 में किया गया पहले इसे कर्जन म्यूजियम ऑफ आर्कियोलॉजी के नाम से भी जाना जाता था इस संग्रहालय में कुषाण एवं गुप्त वंश से जुड़ी कई कलाकृतियां रखी गई हैं भारत सरकार के स्टांप पर भी इसका चित्र छापा गया है।

3. गोवर्धन पर्वत:-

इस पर्वत का काफी महत्व है इस पर्वत को एक बार भगवान कृष्ण ने अपनी उंगली पर उठाया था गोवर्धन पर्वत आने वाले पर्यटक पर्वत के चक्कर जरूर लगाते हैं जो कि शुभ माना जाता है।

4. बांके बिहारी मंदिर:-

भगवान कृष्ण को बांके बिहारी के नाम से भी जाना जाता है इस मंदिर के अंदर आपको भगवान कृष्ण की काले रंग की मूर्ति मिलेगी यह मंदिर राधा वल्लभ मंदिर के पास में ही स्थित है।


5. द्वारकाधीश मंदिर:-

इस मंदिर का निर्माण 1814 में किया गया था यहां आपको भगवान कृष्ण और इन से जुड़ी घटनाएं कलाकृतियों के द्वारा बखान करते हुए मिलेगी जन्माष्टमी के दौरान इस मंदिर पर ज्यादा भीड़ होती है।

6. कंस किला:-

कंस किला का निर्माण जयपुर के राजा मानसिंह ने करवाया था मानसिंह अकबर के नौ रत्नों में शामिल थे यमुना नदी के किनारे यह मंदिर स्थित है यह मंदिर हिंदू और मुगल वास्तुकला के मिश्रण का बेहतरीन नमूना है।

7.राधा कुंड:-

मथुरा से लगभग 26 किलोमीटर दूर राधा कुंड स्थित है जो कि परिक्रमा का प्रमुख पांडव माना जाता है इस कुंड को राधा जी ने खोदा था इसीलिए इस कुंड को राधा कुंड कहते हैं। श्री कृष्ण ने राधा जी के इच्छा के अनुसार उन्हें वरदान दिया था कि जो भी दंपत्ति राधा कुंड में इस विशेष दिन स्नान करेगा उसे पुत्र रत्न की प्राप्ति होगी।

8. कुसुम सरोवर:-

यह सरोवर 450 फीट लंबा और करीब 60 फीट गहरा है इसका नाम राधा जी के नाम पर कुसुम सरोवर पड़ा है माना जाता है कि राधा इस सरोवर में कृष्ण से मिलने आती थी यहां का मुख्य आकर्षण शाम को होने वाली आरती है।

9. पागल बाबा मंदिर:-

इस मंदिर का निर्माण पागल बाबा द्वारा कराया गया था इसलिए इस मंदिर को पागल बाबा मंदिर के नाम से जाना जाता है इस मंदिर को मॉडर्न वास्तुकला का एक उदाहरण माना जाता है पूर्णिमा के अवसर पर इस मंदिर पर हजारों पर्यटक आते हैं आप इस मंदिर के ऊपर री भाग में खड़े होंगे तो आपको पूरा मथुरा शहर दिखाई देगा।

10.प्रेम मंदिर:-

यह मंदिर कान्हा कृष्णा और सीताराम को समर्पित है यह मंदिर रसित संत सतगुरु श्री कृपालु जी महाराज की तरफ से तोहफा दिया गया था मंदिर संगमरमर के पत्थर से बना हुआ है मंदिर की खूबसूरती देखकर पर्यटकों का मन मोह उठता है।

अन्य टूरिस्ट स्पॉट्स जिसको आप विजिट कर सकते हो, राधाबल्लभ मंदिर, श्री कृष्ण बलराम मंदिर, गोपीनाथ मंदिर



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